तड़प रही है रूह आज, और मुझसे कह रही है,
जो कह न पाते अपने दर्द को, जिनकी रूह सह रही है,
इंसानों से ज्यादा साथ निभाते इतिहास है इसका गवाह,
दुनिया साथ छोड़ भी दे, पर नासझ होकर भी देते हमको पनाह,
बेकसूर हैं जो, रहते वफादार, उनकी नर्म है छाती,
अरे वो नहीं जानते पर क्या तुमको नहीं शर्म है आती,
अन्दर आक्रोश है, कुछ रोष है, इसको मैं थमने नहीं दूंगा,
निर्दयी तुम, नहीं इन्सान हो, तुम्हारी ख़ुशी सब छीन लूँगा,
खुदको बेहतर समझने वालों, तुम्हारी क्या औकात है,
साथ छोड़ते हो, भरोसा तोड़ते हो, मन में द्वेष और पाप है,
कहाँ है कचहरी, कैसे तुमने उन्हें है मान लिया गुनाहगार,
तुम्हारा हक नहीं है उसपर, वो तो बस चाहते हैं jप्यार,
एक निर्दोष के साथ तुम्हारा ये कैसा व्यवहार है, जागो ओ इंसानों,
क्या तुमने गलती नहीं की है हमें बनाकर, सोचो, जागो ओ भगवानों,
तुम्हारी सहनशीलता की तो तारीफ की जानी चाहिए जो अब भी बस बेठे हो,
सिर्फ बैठकर तमाशा देखने का काम है अगर तो तुम इंसान/भगवान ही कैसे हो,
क्या तुम्हारे पास भी बहाना है, कहते हो कि हम क्या कर सकते हैं,
आँख मारती लड़की दुनिया तक पहुँच जाती है?, हम इतनी ताक़त रखते हैं,
कभी देखो उनकी आखों में जो तुमसे कुछ कहने को तड़प रही है,
इधर भी, उधर भी, बिन वजह इन्होने फटकार और झड़प सही है,
ये घर. ये जमीन, सारी पृथ्वी, और सब जगह, क्या तुम्हारे बाप की है,
क्यों बताओ क्यों मुझे, सारी सरहदें- सारी हवा-पानी सब खुदको नाप ली है,
खेर, सोचने के लिए आज इंसान के पास वक्त ही कहाँ हैं,
नौकरी करनी है, परीक्षा देनी है, खौलने को रक्त ही कहाँ है,
वो कह नहीं सकते, भूखे जिन्दा रह नहीं सकते, मुझे बताओ वो जायेंगे कहाँ,
उनको आवारा कहते हो, बेचारा कहते हो, खुदको देखो तुम खुद हो कहाँ,
जिस जगह को अपना कहते हो, उसपर उनका भी उतना ही हक़ है,
जुल्म करने वालों संभल कर चलना, क्योंकि अब तुम्हारा बुरा वक्त है,
अब ऐसे नहीं मौन रहेंगे, माफ़ भी नहीं करेंगे अब,
ऐसे दरिंदो को ढूंढो, और काट दो उनके अंग सब,
हमारे दोस्त वो, जो कह नहीं पाते उनके सब शब्द बन जाना है,
इंसान है हम, शायद समझदार भी, हमे अपने दोस्तों को बचाना है.
तड़प रही है रूह आज, और मुझसे कह रही है,
जो कह न पाते अपने दर्द को, जिनकी रूह सह रही है,
© अंकुश आनंद
Please Stop Hurting Animals, Even If They Did Something by Mistake.
They Can’t Explain Like We Do,
They Can’t Give Excuse Like We Do..
They are Not Guilty,
They are Just Innocent…
and They Do it to be Alive.
They Hunt, But We Kill.
They Eat But We Cheat.
They are Loyal and We are Selfish.
Sign This Petition to Speak Up to #StopHurtingAnimals #StopAnimalCruelity
Neha says
??
Ankush Anand says
Thanks
Monika sood says
Schii bat??
Ankush Anand says
Hmm..