मेरी हर साँस में तुम,
मेरी हर आस में तुम,
मेरी रूह में हो बसी सिर्फ तुम,
मेरी रूह में हो बसी सिर्फ तुम,
तुम हो बसी….
मेरे दिल में, जाने क्यों …..
जाने क्यों…
जाने क्यों…
तुम हो बसी,
मेरे दिल में ।।
तेरी वो मुस्कराहट,
तेरे आने की आहत,
मेरे लबों पे है जो,
बस तेरी इबादत,
मेरी इबादत में बसी…
सिर्फ तुम…
मेरी इबादत में बसी…
सिर्फ तुम।
तुम हो बसी…
मेरे दिल में जाने क्यों…
जाने क्यों…
जाने क्यों
तुम हो बसी…
मेरे दिल में ।।
आँखें हैं ये होती नम,
लगता नहीं तेरे बिन मन,
दूर जो तुम हो जाती हो,
थम जाये ये मेरी धड़कन…
मेरी धड़कन में बसी हो सिर्फ तुम…
मेरी धड़कन में बसी हो सिर्फ तुम।।
तुम हो बसी…
मेरे दिल में… जाने क्यों…
जाने क्यों…
जाने क्यों…
तुम हो बसी….
मेरे दिल में।।
न कुछ में समझ पाता हूँ,
बस तेरी याद में खो जाता हूँ,
जाग कर भी मैं तुझे,
अपने ख्वाबों में पाता हूँ….
मेरे हर ख्वाब में हो बसी सिर्फ तुम….
मेरे हर ख्वाब में हो बसी सिर्फ तुम। .
तुम हो बसी…..
मेरे दिल में….. जाने क्यों…
जाने क्यों…
जाने क्यों…
तुम हो बसी……
मेरे दिल में….
सिर्फ तुम हो बसी…..
मेरे दिल में।।
एक तुम हो बसी….
मेरे दिल में।।
© अंकुश आनंद
Mayan Guleria says
Kya baat hai Anku ?
Ankush Anand says
Thanks bro