नवोदया : एक अनुठे आवासीय विद्यालय की कहानी लेखक: अंकुश आनंद अध्याय: 1 : प्रारूप 2 “……. ग्रीकों ने उसे ट्रॉय शहर के मुख्य दरवाजे के पास छोड़ दिया और वापस लौटने का नाटक किया. अगली सुबह ट्रोजन लोगों ने युद्ध भूमि को खाली पाया. ग्रीक कहीं भी दिखाई नहीं दे रहे थे, गेट के… Read More
मेरी कहानी – Meri Kahani
हंसमुख था, पर मौन नहीं, जनता था मुझे कौन नहीं, सब सपने देखते थे, मैं सपनो में रहता था, जो मन की थी कुछ बातें, किसीसे न कहता था. हाँ कुछ नटखट था मन, पर बुरा भी नहीं था, गलतियाँ होती थी फिर भी, किसीका दिल दुखाया नहीं था, याद है वो कल्पनाएँ, जिनके साथ… Read More
7 March, 2019 – फिर शुरुआत
एक बार फिर लिखते हुए अच्छा महसूस कर रहा हूँ, हालाँकि लिखने का मन होता ही तभी है जब अच्छा महसूस न हो . अगर आप ये पढ़ रहे हो या पढना चाहते हो तो बता दूँ ये कोई कहानी नहीं, कोई कल्पना नहीं, नहीं कोई सलीके से लिखी आत्मकथा है. जो भी मन में… Read More
कहानी चाँद की – The Story Of Moon ?
गलियों में घूमते, आसमान के सितारे, कभी चाँद अपने प्रतिबिंब को समंदर में निहारे। नहीं वो समझ रहा फिर ये उजाला कैसा है, उसे शायद जलन हो रही थी कि कोई उसके जैसा है। सोच रहा है यह कौन है उसे चुनौती देने वाला, ढूंढते-२ उसने पूरी धरती को खंगोल डाला। देखी मैंने तब चाँद… Read More
A Rainy Morning
A Rainy Morning ” Poem by Ankush Anand In the Morning, In the Frost, There seems to something I have lost, Walking on the Road, Somewhere I Stopped, Something was Near my Steps, Someone had Dropped, From Another World, A Drop fell on my Palm, I Turned around for Owner, But absence made me Calm,… Read More
एक याद – Excerpt – My Journals
10 साल पहले अभी अभी स्कूल से छुट्टी हुई थी. मेरे सभी सहपाठी अपने मम्मी पापा के साथ घर जा रहे थे. पर मुझे पता था ऐसा कुछ मेरे साथ नही होगा अब. मैं अकेले वहाँ से निकल पड़ा. घर को जाने वाला रास्ता कुल्लू बाज़ार से होकर जाता था. मुझे अभी काफ़ी चढ़ाई चढ़नी… Read More
आलोचक – Poetry – Ankush Anand
? विनम्र निवेदन ? ©अंकुश आनंद मुकदर में लिखा हो या नहीं, हम बस ये करके दिखाएंगे, मिट्टी में मिलूं या धूल बन जाऊं, हौसले बेशक ना टूट पाएंगे, हां ज़िद्दी है मन, थोड़ा बच्चा भी है, कुछ आलोचक मिले, चलो अच्छा भी है, आज पूछूं तुमसे, बताओ भाई बात क्या है, तुम भूतकाल ज्ञाता… Read More
Sab Thik hai Yaar – सब ठीक है यार
दिनांक: Jul 16, 2014 जगह: जवाहर नवोदय विद्यालय पंडोह (हि० प्र०) न लम्हे कभी थमे, और न कभी तुम, तुम साथ थे मेरे, तब से जब में दुनिया में शायद था भी नहीं… दुनिया में आने सा पहले ही, तुमने मुझे सेकड़ो दुआओं से भर दिया, पहली बार आँख खुली तो तुम्हे ही सामने पाया,… Read More